105 एपीजे अब्दुल कलाम अनमोल विचार भाग-1
A P J Abdul Kalam motivational Quotes in Hindi
नाम: अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम (A P J Abdul Kalam)
उपनाम: मिसाइल मैन
जन्म: 15 अक्टूबर 1931 रामेश्वरम, रमानाथपुरम जिला, ब्रिटिश राज (मौजूदा तमिलनाडु, भारत)
भारत के 11वें राष्ट्रपति: Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam कार्यकाल 25 जुलाई 2002 – 25 जुलाई 2007
धर्म: इस्लाम
शिक्षा: सेंट जोसेफ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
Field: प्रोफेसर, लेखक, वैज्ञानिक, एयरोस्पेस इंजीनियर
मृत्यु: 27 जुलाई 2015 (उम्र 83)
“सपने तभी सच होते है जब हम सपने देखना शुरू करते है|”
“महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।”
“सपने वो नहीं जो आप सोते समय देखते हैं, बल्कि सपने वो हैं जो आपको सोने नहीं देते|”
अंग्रेजी आवश्यक है क्योंकि वर्तमान में विज्ञान के मूल काम अंग्रेजी में हैं। मेरा विश्वास है कि अगले दो दशक में विज्ञान के मूल काम हमारी भाषाओँ में आने शुरू हो जायेंगे, तब हम जापानियों की तरह आगे बढ़ सकेंगे।
शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वो माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे का।
क्या हम यह नहीं जानते कि आत्म सम्मान आत्म निर्भरता के साथ आता है?
कृत्रिम सुख की बजाये ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये।
भगवान, हमारे निर्माता ने हमारे मष्तिष्क और व्यक्तित्व में असीमित शक्तियां और क्षमताएं दी हैं। इश्वर की प्रार्थना हमें इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है।
मैं इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।
किसी भी धर्म में उसे बनाए रखने और बढाने के लिए दूसरों को मारना अनिवार्य नहीं बताया गया है।
इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने कि लिए ये ज़रूरी हैं।
A P J Abdul Kalam motivational Quotes:
“इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे।”
“उत्कृष्टता एक सतत प्रक्रिया है कोई दुर्घटना नहीं।”
“अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।”
तब तक लड़ना मत छोड़ो जब तक अपनी तय की हुई जगह पे ना पहुँच जाओ- यही, अद्वितीय तुम हो। ज़िन्दगी में एक लक्ष्य रखो, लगातार ज्ञान प्राप्त करो, कड़ी मेहनत करो, और महान जीवन को प्राप्त करने के लिए दृढ रहो।
जब तक भारत दुनिया के सामने खड़ा नहीं होता, कोई हमारी इज्जत नहीं करेगा। इस दुनिया में, डर की कोई जगह नहीं है। केवल ताकत ताकत का सम्मान करती है।
असली शिक्षा एक इंसान की गरिमा को बढ़ाती है और उसके स्वाभिमान में वृद्धि करती है। यदि हर इंसान द्वारा शिक्षा के वास्तविक अर्थ को समझ लिया जाता और उसे मानव गतिविधि के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ाया जाता, तो ये दुनिया रहने के लिए कहीं अच्छी जगह होती।
“जब हम बाधाओं का सामना करते हैं, हम अपने साहस और फिर से खड़े होने की ताकत के छिपे हुए भण्डार को खोज पाते हैं, जिनका हमें पता नहीं होता कि वो हैं। और केवल तब जब हम असफल होते हैं हैं एहसास होता है कि संसाधन हमेशा से हमारे पास थे। हमें केवल उन्हें खोजने और अपनी जीवन में आगे बढ़ने की ज़रूरत होती है।”
जब बच्चे 15,16, या 17 साल के होते हैं तब वे तय करते हैं कि उन्हें डॉक्टर, इंजिनियर या राजनीतिज्ञ बनना है या मंगल ग्रह या चंद्रमा पे जाना है, और ये वो समय होता है जब आप उन पर काम कर सकते हैं। आप उन्हें अपने सपनो को आकार देने में मदद कर सकते हैं।
एक सबक जो हर एक देश चीन से सीख सकता है वो है ग्रामीण स्तर के उद्यमों, उत्तम स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं बनाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करना।
राष्ट्रपति पद का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। एक बार राष्ट्रपति चुन लिया जाए, तो वह राजनीति से ऊपर है।
मेरा विचार है कि छोटी उम्र में आप अधिक आशावादी होते हैं और आपमें कल्पनाशीलता भी अधिक होती है, इत्यादि। आपमें पूर्वाग्रह भी कम होता है।
जो अपने दिल से काम नहीं कर सकते वे हासिल करते हैं, लेकिन बस खोखली चीजें, अधूरे मन से मिली सफलता अपने आस-पास कड़वाहट पैदा करती है।
हम केवल तभी याद किये जायेंगे जब हम हमारी युवा पीढ़ी को एक समृद्ध और सुरक्षित भारत दें, जो आर्थिक समृद्धि और सभ्यता की विरासत का परिणाम होगा।
दुनिया की लगभग आधी आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है और ज्यादातर गरीबी की हालत में। मानव विकास में ऐसी असमानता अशांति की प्रमुख वजहों में से एक रहा है, और विश्व के कुछ हिस्सों में हिंसा की भी।
“भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलना होगा, नैतिक मूल्यों के साथ एक समृद्ध व् स्वस्थ देश।”
“भारत बिना परमाणु हथियारों के रह सकता है। ये हमारा सपना है, और ये अमेरिका का भी सपना होना चाहिए।”
विज्ञान ने ये प्रमाणित किया है कि मानव शरीर लाखों-लाख परमाणुओं से बना है… उदाहरण के लिए, मैं 5.8×10^27 परमाणुओं से बना हूँ।
एक लोकतंत्र में, देश की समग्र समृद्धि, शांति और ख़ुशी के लिए हर एक नागरिक की कुशलता, वैयक्तिकता और ख़ुशी आवश्यक है।