जिंदगी की बात संस्कृत के साथ । Jindagi ki Baat Sanskrit ke Sath Now Available on all Leading Portals!!! जीवन के 37 विषयों पर आधारित सुन्दर प्रेरणादायक लेखों एवं संस्कृत…
Category: संस्कृत श्लोक का संग्रह हिंदी अर्थ सहित | Collection of Sanskrit Shlokas on Various Topics
संस्कृत के श्लोक भारतीय संस्कृति का विश्व को सबसे बड़ा उपहार है| इस वेबसाइट पर जीवन से सम्बंधित कई विषयों कर संस्कृत में श्लोकों का हिंदी अर्थ सहित एक सुन्दर संकलन तैयार किया गया है।
कोई भी श्लोकों तथा संस्कृत को पढ़ने वाले या विद्यार्थी विशेष रूप से इन श्लोकों को याद कर सकते हैं और उन्हें अपने जीवन में उतार कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
यस्य कृत्यं न जानन्ति मन्त्रं वा मन्त्रितं परे | yasya krityam na jananti mantram va mantritam pare
गोपनीयता के महत्व पर श्लोक यस्य कृत्यं न जानन्ति मन्त्रं वा मन्त्रितं परे | कृतमेवास्य जानन्ति स वै पण्डित उच्यते || – महाभारत (विदुर नीति ) भावार्थ – जिस व्यक्ति…
क्षिप्रं विजानाति चिरं शृणोति विज्ञाय चार्थं भजते न कामात | kshipram vijanati chiram shrinoti vijnaya chartham bhajate na kamata
एक विद्वान व्यक्ति के लक्षण पर श्लोक क्षिप्रं विजानाति चिरं शृणोति विज्ञाय चार्थं भजते न कामात | ना संपृष्टो व्युपयुङ्क्ते परार्थे तत् प्रज्ञानं प्रथमं पण्डितस्य || -विदुर नीति भावार्थ- जो…
अमित्रं कुरुते मित्रं मित्रं द्वेष्टि हिनस्ति च | amitram kurute mitram mitram dveshti hinasti cha
मूर्खों की मित्रता के लक्षण पर श्लोक अमित्रं कुरुते मित्रं मित्रं द्वेष्टि हिनस्ति च | कर्म चारभते दुष्टं तमाहुर्मूढचेतसम् || – विदुर नीति भावार्थ – जो व्यक्ति मित्र बनाने के…
अनाहूतः प्रविशति अपृष्टो बहु भाषते | anahutah pravishati aprishto bahu bhashate
मूर्ख और दुष्ट प्रकृति के व्यक्ति पर श्लोक अनाहूतः प्रविशति अपृष्टो बहु भाषते | अविश्वस्ते विश्वसति मूढचेता नराधमः || – विदुर नीति भावार्थ – जो व्यक्ति बिना बुलाये आ धमके…