डायबिटीज के लक्षण और निदान | Sugar Problem Solution in Hindi
#डायबिटीज मेलेटस D.M. जिसे सामान्यतः मधुमेह कहा जाता है| मधुमेह की उत्पत्ति का कारण अगनाश्य पेनक्रियाज में उत्पत्र होने वाले तत्त्व इन्सुलिन की कमी माना जाता है। मूत्र और रक्त की जांच से दोनों में शर्करा आना इसका सही निदान है। मधुमेह रोग में पैतृक प्रभाव का भी बहुत अधिक हाथ है।शरीर में इंसुलिन नाम के तत्व पाचन क्रिया से सम्बन्धित पेनक्रियाज ग्रंथि से उत्पन होता है। इससे शक्कर शरीर के रक्त में प्रवेश करता है और वहाँ उर्जा में परिवर्तित हो जाता है। यह पेनक्रियाज ग्रंथि इंसुलिन पैदा करना बन्द कर दे या कम कर दे या किसी कारण से यह रस बाधक हो तो diabetes मधुमेह रोग पैदा हो जाता है
डायबिटीज के प्रकार: (Type of Diabetes)
मधुमेह रोग दो प्रकार का होता है
- टाइप 1 डायबिटीज बच्चों में पायी जाती है| इस में इन्सुलिन शरीर में नहीं बनती है, तो मरीज़ को गोली या दवाई के सहारे नहीं रखते उनको इन्सुलिन देनी ही होती है|
- टाइप 2 डायबिटीज बड़ो में पायी जाती है। इस मे इन्सुलिन बनती तो है पर काम कम करती है। टाइप 2 के मरीजो कुछ सालो तक गोलियों दी जाती है पर कुछ समय के बाद उन्हें इंसुलिन ही देनी पड़ती है।
- सेकंडरी डायबिटीज कई कारणों से हो सकती है। बीमारियों, दवाईयों के कारण से भी बड़ी हुए को सेकंडरी डायबिटीज कहते है।
डायबिटीज होने के कारण: (Reason of Diabetes)
- डायबिटीज एक अनुवांशिक रोग है यानी अगर किसी के माता पिता को डायबिटीज है तो उनके बच्चो हो भी मधुमेह होने की सम्भावना ज्यादा होती है
- जंक फ़ूड या फ़ास्ट फ़ूड खाने वाले लोगो में मधुमेह के सम्भावना ज्यादा पाई जाती है. क्योकि इस तरह के खाने में वसा (fat) ज्यादा पाया जाता है जिससे शरीर में कैलोरीज की मात्रा जरुरत से ज्यादा बढ़ जाती है और मोटापा बढ़ता है| जिस के करण से डायबिटीज हो जाता है |
- ज्यादा शारीरिक क्षम न करने से डायबिटीज हो सकता है |
- धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन
- ज्यादा चाय, दूध, कोल्ड ड्रिंक्स और चीनी वाले खाद्य पदार्थ खाने से डायबिटीज होने की संभावना अधिक होती है|
- ज्यादा दवाइयों के सेवन
- गर्भावस्था में मधुमेह होने की संभावना होती है |
- मानसिक तनाव और डिप्रेशन
डायबिटीज के लक्षण: (Symptom of Diabetes)
- बार-बार पेशाब का आना
- आँखों की रौशनी कम होना
- ज्यादा प्यास लगना
- कमजोरी महसूस होना
- कोई भी चोट या जख्म देरी से भरना
- रोगी के हाथों, पैरों और गुप्तांगों पर खुजली वाले जख्म
- स्कीन पर बार बार इन्फेक्शन होना और बार-बर फोड़े-फुँसियाँ निकलना
- भूख ज्यादा लगना
- ज्यादा खाना खाने के बाद भी रोगी का भार कम होना
- चक्कर आना और हृदय गति अनियमित होने का खतरा
- किडनी खराब होना
डायबिटीज के लिए घरेलु उपाय (Sugar Treatment in Ayurveda Hindi):
- डायबिटीज के रोगियों को कपालभाति प्राणायाम अनुलोम विलोम और मंडूकासन करने की सलाह दी जाती है
- रोजाना लगभग 4-5 किलोमीटर पैदल ( Walk ) चलना चाहिए। पैदल चलने से शरीर को बहुत तरह के फायदे मिलते है। पाचन क्रियासही रहती है मेटाबोलिज्म सुधरता है पसीना आने से कुछ मात्र शर्करा की भी पसीने के साथ निकल जाती है। ह्रदय के लिए अच्छा होता है |
- योगासन प्राणायाम आदि सीख कर इनका रोजाना अभ्यास करना चाहिए। डायबिटीज में मंडूकआसन बहुत लाभदायक होता है। इसका नियमित अभ्यास सही तरीके से करने से डायबिटीज नियत्रण हो जाता है।
- जामुन के नियमित सेवन से डायबिटीज में आराम मिलता है। जामुन की गुठली का चूर्ण आधा आधा चम्मच दिन में तीन बार लेने से रक्त में ग्लूकोज की मात्रा कम होती है।
- आंवला डायबिटीज में लाभदायम होता है। आंवले का रस ( Amla Juice ) नियमित पीने से मधुमेह में लाभ होता है। आंवले का पाउडर एक एक चम्मच सुबह शाम पानी ले साथ लेने से मधुमेह में आराम रहता है।
- डायबिटीज के रोगी नियमित रूप से अपने शुगर लेवल की जांच करवाए साथ ही पैरो में सुन्नपन आने को चेतावनी के रूप में ले|
- अमरुद के पतझड़ में गिरे हुए पीले पत्ते साफ करके सुखाकर पीस लें। यह पाउडर दो चम्मच एक गिलास पानी में डालकर उबालें। आधा रह जाने पर छान कर पियें। कुछ दिन इस प्रकार का पानी दिन में एक बार लेने से डायबिटीज में आराम मिलता है।
- बेल पत्र 10 -12 पत्ते और 4 -5 काली मिर्च लें। इसे एक कप पानी में घोलकर पी लें। कुछ समय नियमित लेने से रक्त में शर्करा की मात्रा कम होती है। रोजाना चार चम्मच बेल पत्र का रस सुबह खाली पेट पीने से भी डायबिटीज ठीक होती है।
- करेले का रस तीन चम्मच एक कप पानी में मिलाकर पीने से डायबिटीज कम होती है। इसे दिन में तीन बार लेना चाहिए। करेले को धोकर छोटे टुकड़े करके छाया में सुखा लें। सूखने पर इन्हें पीस लें। यह पाउडर एक एक चम्मच सुबह शाम पानी के साथ लें। इससे डायबिटीज में लाभ होता है।
- मेथी दाना का उपयोग डायबिटीस में लाभदायक होता है। इसकी सब्जी बनाकर खाई जा सकती है। इसे पीसकर आटे में मिलाकर चपाती बनाकर खा सकते है या मेथीदाना की ऐसे ही फंकी ली जा सकती है। किसी भी तरह से लेने से फायदा ही करती है। इसके अन्य भी कई प्रकार के लाभ होते है ।
- चने और जौ बराबर मात्र में पिसवा कर इस आटे की रोटी सुबह शाम कुछ दिन खाने से डायबिटीज में लाभ होता है।
- सिर्फ चने की रोटी 7 दिन तक खाने से पेशाब में शक्कर आनी बंद हो जाती है।
- रोजाना के खाने में सरसों के तेल का उपयोग करने से मधुमेह में आराम रहता है।
- बिना किसी डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई न ले|