अमिताभ बच्चन के विचार | Amitabh Bachchan Quotes & Dialogues in Hindi

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अमिताभ बच्चन के विचार 
Amitabh Bachchan Quotes & Dialogues in Hindi

नाम: अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan)

उपनाम: सुपरस्टार, बिग-बी, “एंग्री यंग मैन”, बालीवूड का शहंशाह

जन्म: 11 October 1942 इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत

पिता: डॉ॰ हरिवंश राय बच्चन प्रसिद्ध हिन्दी कवि थे 

माँ:  तेजी बच्चन

जीवनसाथी: जया भादुड़ी 

व्यवसाय: अभिनेता, निर्माता, पार्श्वगायक, television presenter

राष्ट्रीयता: भारतीय 

उपलब्धियां: 3 बार राष्ट्रीय फिल्म पुरष्कार विजेता, भारतीय सिनेमा की महान उपलब्धि के रूप में मशहूर, 14 बार फिल्मफेयर अवार्ड विजेता, पद्मश्री और पद्माभूषण अवार्ड

 

 

“यह एक रणक्षेत्र है, मेरा शरीर, जिसने बहुत कुछ सहा है|”

 

“आप जीवित रहने के लिए क्या करते है और आपके जीने का उद्देश्य क्या है इन दोनों में बहुत फर्क है|”

 

मैं अपनी ज़िन्दगी जितना संभव हो उतने स्वाभाविक और सामान्य तरीके से व्यतीत कर सकता हूँ करता हूँ. लेकिन अगर दिन रात विवाद मेरे पीछे पड़े रहें तो मैं इसका कुछ नहीं कर सकता. मुझे कभी-कभी आश्चर्य होता है कि वे किस तरह ये सब करते हैं. मैं दाढ़ी बढ़ता हूँ और वह टाइम्स ऑफ़ इंडिया के सम्पादकीय में आ जाता है|

यदि आप में लगन, धैर्य, हिम्मत, है तो आप किसी भी विकट परिस्थिति में उसका सामना करते हुए सफलतापूर्वक बाहर निकल कर आगे जा सकते है|

सच कहूँ तो मैं कभी ‘आइकन’, ‘सुपरस्टार’, इत्यदि विश्लेषणों के चक्कर में नहीं पड़ा. मैं हमेशा खुद को एक अभिनेता के रूप में देखता हूँ जो अपनी काबीलियत के अनुसार जितना अच्छा कर सकता है कर रहा है|

मै इस बात में कभी यकीन नही करता हूँ की मै कभी भी सुपरस्टार रहा हूँ|

मै जिन परिस्थितियों से होकर गुजरा हु उस परिस्थिति में मेरा शरीर जिस प्रकार प्रतिक्रिया की है वह किसी रणक्षेत्र से कम नही है|

ये कभी मत सोचना की जो तेज बोलते है वे शक्तिशाली ही हो, और जो धीमे बोलते हो वे कमजोर हो|

दुष्ट व्यक्ति का स्वाभाव हमेसा दुसरो के कार्य को बिगाड़ने का ही होता है जिस प्रकार एक वस्त्र काटने वाला चूहा कभी भी अपने पेट भरने के लिए कपड़े नही काटता है वह तो सिर्फ केवल दुसरो को नुकसान ही चाहता है|

हम अपने जीवन में जो चाहते है उसे चुनने के लिए मुक्त है लेकिन उसके परिणाम से कभी मुक्त नही हो सकते है|

मैंने कोई तकनीक का इस्तेमाल नही करता हु और न ही मैंने अभिनय का कोई विशेष प्रशिक्षण लिया हु मै जो भी कार्य करता हु वो पूरे मेहनत के साथ ख़ुशी से करता हूँ|

मुझे कभी कभी इस बात से भी दुःख होता है की मेरे पास पूर्णरूप से निरोग एंव स्वस्थ शरीर नही है|

मैंने कभी महान होने के लिए काम नही किया, मैंने तो जो भी काम किया उसे बस सोच कर किया जो भी करना है उसे अपने पूरे योग्यता के साथ करना है|

यदि आप अपनी नजरे सूर्य पर रखेगे तो आपको परिछाहिया कभी भी नही दिखेगी|

ऊच नीच को नही मानती है हमारे देश की भाषाए क्यूकी भारत की भाषाओ में कोई अक्षर कैपिटल या स्माल नही होते है

काश ऐसी भी हवा चले की कौन किसका है यह भी पता चले|

ऐसा ज्ञान की प्राप्ति जो झूठा, निराधार और गलत हो वो ज्यादा खतरनाक होता है उससे अच्छा है की हम अज्ञानी, अशिक्षित या विद्याहीन ही रहे|

 बेवजह अच्छे बनो, वजह से बहुत बने फिरते रहते है|

हर कोई साधारण ही दीखता है लेकिन सबमे एक असाधारण प्रतिभा होती है जरूरत है तो हमे उस प्रतिभा को अपने कौशल से निखारने की

पाँच तत्व का कोड (code) है भगवान , जिससे यह ब्रह्माण्ड बना
भ + ग + व + आ + न = भूमि , गगन, वायु, आग, पानी

हमे स्वीकार करना होगा की हमारी उम्र भी समय के साथ बढ़ेगी लेकिन किसी को भी अपनी उम्र का बढना अच्छा नही लगता है|

अपनी आलोचना का हमेसा स्वागत करना चाहिए वरना पता कैसे चलेगा की हमारी बात लोगो तक पहुची है की नही|

मै तो एक साधारण सा अभिनेता हु जो सिर्फ अपने काम से प्यार करता है और मेरे उम्र और मेरी बाते तो सिर्फ मीडिया में होती है|

 जीवन के लिए एक शानदार नजरिया – लोग हमारे बारे में क्या सोचेगे यदि हम यही सोचेगे तो फिर लोग क्या सोचेगे|

हम सबके जीवन में एक ऐसा भी वक्त आता है जिसमे हमे सिर्फ हमे ईमानदारी, स्थिरता, इज्जत और विश्वनीयता में रूचि रखते है|

हमारी हर साँस हमे प्रतिक्षण शिक्षित करती है|

हम सभी के अंदर एक ऐसी अलौकिक शक्ति का भंडार होता है जो तभी बाहर आता है जब जिन्दगी हमारी इम्तिहान लेती है|

जीवन में बहुत ऐसी चीजे भी होती है जिन्हें लगता है की मै उन्हें मिस कर दिया|

सभी से इर्ष्या करने वाले, घृणा करने वाले, असंतोषी, क्रोधी, सदा संदेह करना और पराये सहारे के जीने वाले मनुष्य हमेसा दुखी रहते है इसलिए जहा तक सम्भव हो इन दुर्गुणों को अपने अंदर कभी भी नही आने देना चाहिए|

 अपने कैरिएर को लेकर मै कभी भी आशस्वत नही रहा हूँ|

नफरत का खुद का कोई वजूद नही होता है वह तो सिर्फ मोहब्बत की गैर मौजूदगी का नतीजा है|

 अपने कैरिएर को लेकर मै कभी भी आशस्वत नही रहा हूँ|

उस समस्या का समाधान कभी भी नही हो सकता है जबतक हम उस मन: स्थिति से उसके बारे में ही सोचते रहेगे और जिस मन: स्थिति से हमने उसे बनाया है|

                                                                                                                                      Amitabh Bachchan अमिताभ बच्चन

अमिताभ बच्चन डायलॉग Amitabh Bachchan Dialogues From Hindi Movies:

“मूछें  हों  तो  नथ्थूलाल   जैसी  वरना  ना  हो|” – शराबी ( कादर खान )

“मैं  पांच  लाख  का  सौदा  करने  आया  हूँ, और  मेरे  जेब  में  पांच  फूटी  कौड़ी  भी  नहीं  है! “-त्रिशूल (जावेद अख्तर )

“ये  तुम्हारे  बाप  का  घर  नहीं, पुलिस   स्टेशन  है, इस  लिए  सीधी  तरह  खड़े  रहो.”जंजीर ( सलीम- जावेद )

“रिश्ते  में  तो  हम  तुम्हारे  बाप  लगते  हैं, नाम  है शहंशाह.”- शहेंशाह ( इन्दर राज )

“आपने  जेल  की  दीवारों  और  जंजीरों  का  लोहा  देखा  है, जेलर  साहब, कालिया  की  हिम्मत  का  फौलाद  नहीं  देखा.”-कालिया (इन्दर राज आनंद )

“हम  जहाँ   पे  खड़े  हो  जाते  हैं, लाइन  वहीँ  से  शुरू  होती  है.”-कालिया (इन्दर राज आनंद )

“घड़ी – घड़ी  ड्रामा  करता  है, साला.”- शोले (जावेद अख्तर)

कंप्यूटर जी….लॉक किया जाए. – Kaun Banega Crorepat(KBC)

“आपने  जेल  की  दीवारों  और  जंजीरों  का  लोहा  देखा  है, जेलर  साहब, कालिया  की  हिम्मत  का  फौलाद  नहीं  देखा.”-कालिया (इन्दर राज आनंद )

“तुम्हारा  नाम  क्या  है, बसंती ?”- शोले (जावेद अख्तर)

“जिसने  पचीस  साल  से  अपनी  माँ  को  थोडा  थोडा  मरते  देखा  हो, उसे  मौत का क्या  डर ?”-त्रिशूल (जावेद अख्तर )

 

 

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Shweta Pratap

I am a defense geek

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