Bitcoin माइनिंग क्या होता है? | What is Bitcoin Mining Explained in Hindi

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बिटक्वाइन (Bitcoin) ने इंटरनेट के माध्यम से लोगों के दिमाग में अपनी एक पहचान तो बना लिया है पर वास्तव में बिटक्वाइन जैसी अत्याधुनिक इन्टरनेट तकनीकी अभी भी एक आम जन की समझ से बाहर है और यही कारण है कि आज के समय में एक ऐसी स्थिति पैदा हो गई है जैसे जब अल्बर्ट आइंस्टीन ने थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी की खोज की थी तो पूरी दुनिया जानती थी कि कुछ बड़ा हुआ है परंतु क्या बड़ा हुआ है इसे आम इंसान को समझा पाना वास्तव में अल्बर्ट आइंस्टीन के लिए एक बहुत टेढ़ी खीर थी | और तब उन्होंने इसे एक आम आदमी को समझाने के लिए कहा था की थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी यह घटना है जैसे की गर्म अंगीठी के ऊपर आपका हाथ रखा जाए तो वह 2 सेकंड 2 घंटे जैसी अनुभव देगा और एक खूबसूरत लड़की के साथ बिताए गए 2 घंटे भी 2 मिनट लगते हैं |

मैंने अपने पिछले लेख बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? पढ़ें संसार की इस नई साइबर करेंसी के बारे में  आपको विस्तार से bitcoin का एक प्रारंभिक परिचय दिया था | आज उससे थोडा आगे जाकर माइनिंग के बारे में बताऊंगा |

Bitcoin माइनिंग क्या होता है?

Bitcoin के सार्वजनिक बहीखाते में किसी ट्रांजेक्शन (अंतरण) को अपडेट करने की प्रक्रिया को Bitcoin माइनिंग कहा जाता है | जैसे आप कभी अपने पासबुक पर अपने सभी लेनदेन का विवरण बैंक में प्रिंट करवाने जाते हैं वैसे ही Bitcoin के लेनदेन को भी उसके ऑनलाइन बहीखाते में अपडेट किया जाता है और यही प्रक्रिया माइनिंग कहलाती है | जैसे आप के पासबुक में पुराने लेनदेन के विवरण होते हैं और उसके आगे आप नए विवरण अपडेट करवाते रहते हैं वैसे ही Bitcoin में भी होता है | आप किसी Bitcoin के सभी लेनदेन ऑनलाइन देख सकते हैं |

Blockchain क्या होता है?

हर एक पुराने ट्रांजेक्शन की सूचना को block कहा जाता है और पिछले लेनदेन के ट्रांजेक्शन लेजर को ही Bitcoin के संसार में blockchain कहा जाता है | यानि जब आप अपने पुराने पासबुक को अपडेट करने के लिए जाते हैं तो इस अपडेशन की प्रक्रिया को Bitcoin की भाषा में माइनिंग कह सकते हैं। पिछले लेनदेन वाला प्रिंटेड पासबुक आपका blockchain है और उस पासबुक पर अंकित हर डेबिट क्रेडिट की सूचना ही Block है | blockchain, Bitcoin नेटवर्क में लेनदेन पुष्टि करने के लिए कार्य करता है।

माइनिंग करने यानि bitcoin के ट्रांजेक्शन को सत्यापित करने और पब्लिक लेजर (बहीखाता) में इसे ऑनलाइन जोड़ने के लिए सॉफ्टवेर की बेहतर जानकारी वाले लोग इस पर कार्य करते हैं| इस कार्य को यानि माइनिंग को करने वाले लोग Bitcoin की भाषा में माइनर कहलाते हैं | और आप को यह जानकर हैरानी होगी की इसके एवज में माइनर्स को अपनी फीस भी मिलती है और नए bitcoin भी मिलते हैं जो की इस माइनिंग प्रक्रिया में बनते हैं |

माइनिंग का उद्देश्य क्या है?

bitcoin के माइनिंग का मुख्य उद्देश्य है bitcoin नोड्स को एक सुरक्षित, फिशिंग एवं छेड़छाड़ रहित अनुमति प्रदान करना| माइनिंग भी एक ऐसा मैकेनिज्म है जो bitcoin को सिस्टम में लांच करता है | माइनर्स को माइनिंग के एवज में फीस भी मिलती है और साथ ही साथ नए bitcoin हेतु “सब्सिडी” भी मिलती है |

यह एक विकेन्द्रीकृत तरीके से नए सिक्के के प्रसार के साथ-साथ लोगों को सिस्टम की सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य के लिए प्रेरित करता है। इसे Bitcoin माइनिंग इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह अन्य वस्तुओं की खनन जैसा होता है: इसके लिए परिश्रम की आवश्यकता होती है और यह धीरे-धीरे एक दर से नइ मुद्रा उपलब्ध करवाता है जैसे  सोने को जमीन से खनन करते हैं।

इस माइनिंग प्रक्रिया से bitcoin प्राप्त करने के अलावा आप इसे मुद्रा विनिमय, ऑनलाइन गेम्स, प्रोडक्ट्स और सेवाओं की बिक्री के बदले भी प्राप्त कर सकते हैं |

Bitcoin माइनिंग को जानबूझकर बेहद जटिल और किसी रिसोर्स के द्वारा ही प्रोसेस करने के लिए बनाया गया है | इस तरह से प्रतिदिन माइनिंग करने वाले block संख्याओं को हर माइनर हेतु स्थिर रखने में मदद मिलती है |  हर एक block की वैधता उसके साथ जुड़े “प्रूफ ऑफ़ वर्क” से होती है और यह “प्रूफ ऑफ़ वर्क” हर लेनदेन में दूसरे bitcoin नोड्स के द्वारा चेक किया जाता है | और हर बार इस “प्रूफ ऑफ़ वर्क” की जांच के लिए Bitcoin एक हैशकैश नाम के फंक्शन का प्रयोग करता है|

Proof of Work क्या है?

Proof of Work, bitcoin डेटा का एक छोटा हिस्सा है जो माइनिंग की जटिल और समय लेने वाली प्रक्रिया प्रक्रिया के रूप होता है।
Proof of Work सुचना का उत्पादन, कम संभावना के साथ एक रैंडम (यादृच्छिक) प्रक्रिया हो सकती है, इसलिए एक वैध Proof of Work निर्माण के लिए कई प्रयास चाहिए होते है। Bitcoin इस काम के लिए #Hashcash प्रूफ का उपयोग करता है।

Bitcoin माइनिंग, कमाने का बड़ा स्रोत:

कोई माइनर जब एक ब्लॉक की खोज कर देता है तो उसे रिवॉर्ड के रूप में Bitcoins की एक निश्चित संख्या मिलती है, जो नेटवर्क में हर किसी के द्वारा स्वीकृत राशि होती है। वर्तमान में यह इनाम राशि  लगभग 25 Bitcoins है | और आज की कीमत के अनुसार 25 Bitcoins की कीमत भारतीय रुपये में 10 लाख 15 हजार 90 रुपये होंगे|

आशा है आपने Bitcoin श्रृंखला के ये 3 लेख जरुर पढ़ लिए होंगे जो आपको इसके बारे में विस्तार से बताएँगे:

1. बिटकॉइन (Bitcoin) की भूमिका

2. बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है?

3. Bitcoins का उज्जवल भविष्य और लाभ

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Shivesh Pratap

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20 thoughts on “Bitcoin माइनिंग क्या होता है? | What is Bitcoin Mining Explained in Hindi

  1. हाँ कर सकते हैं | mobile में इन्टरनेट हो तो आप अपना अकाउंट बनाकर बिट क्वाइन कमा सकते हैं | इसे खरीदा नहीं जाता है | जैसे आप रूपया कमा सकते हैं पर खरीद नहीं सकते उसी तरह यह बिट क्वाइन भी एक मुद्रा है |

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