हिंदुस्तान में ऐसा पहली बार हुआ जब अदालत के आदेश के 40 मिनट के भीतर ही उसकी तामील हुई हो और ताला खुला
1975 बैच के आई.पी.एस. अफसर कर्मवीर सिंह 1986 में मंदिर परिसर का ताला खोले जाने के समय फैजाबाद के एसएसपी थे। 1 फरवरी, 1986 को फैजाबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्ण मोहन पांडेय ने मंदिर का ताला खोलने की अपील पर सुनवाई के दौरान फैजाबाद के एसएसपी कर्मवीर सिंह को कोर्ट में तलब किया।
कोर्ट ने कर्मवीर सिंह से पूछा था कि क्या ताला खोलने से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है? इस पर कर्मवीर सिंह ने अदालत को बताया कि ताला खोलने से कानून व्यवस्था के बिगड़ने की कोई आशंका नहीं है। ताला खुला तो उन्हें कोई एतराज नहीं होगा। न्यायाधीश कृष्ण मोहन पांडेय ने उसी शाम 4.40 बजे ताला खोलने का आदेश दे दिया।
न्यायाधीश के आदेश देने के बमुश्किल 40 मिनट बाद ही एसएसपी कर्मवीर सिंह राम जन्मभूमि मंदिर पहुँचे और उन्होंने गेट पर लगे ताले खोल दिए। 2009 में कर्मवीर सिंह उत्तर प्रदेश के डीजीपी बने और 2011 में रिटायर हुए। हिंदुस्तान में ऐसा पहली बार हुआ था, जब अदालत के आदेश के 40 मिनट के भीतर ही उसकी तामील हुई हो।
हम सदैव आपके ऋणी रहेंगे।
अमेज़न से खरीदिये राम मंदिर आंदोलन में शामिल सभी लोगों और घटनाओं की दास्तान पर लिखी यह बेजोड़ पुस्तक;