महतामपि दानानां कालेन क्षीयते फलम्। भीताऽभय प्रदानस्य क्षय एव न विद्यते॥ mahatamapi dananam kalena kshiyate phalam| bhita’bhaya pradanasya kshaya eva na vidyate|| हिंदी अर्थ: बडे से बड़े दान का भी…
Category: संस्कृत श्लोक का संग्रह हिंदी अर्थ सहित | Collection of Sanskrit Shlokas on Various Topics
संस्कृत के श्लोक भारतीय संस्कृति का विश्व को सबसे बड़ा उपहार है| इस वेबसाइट पर जीवन से सम्बंधित कई विषयों कर संस्कृत में श्लोकों का हिंदी अर्थ सहित एक सुन्दर संकलन तैयार किया गया है।
कोई भी श्लोकों तथा संस्कृत को पढ़ने वाले या विद्यार्थी विशेष रूप से इन श्लोकों को याद कर सकते हैं और उन्हें अपने जीवन में उतार कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
यो भूतेष्वभयं दद्यात् भूतेभ्यस्तस्य नो भयम्। yo bhuteshvabhayam dadyat bhutebhyastasya no bhayam
यो भूतेष्वभयं दद्यात् भूतेभ्यस्तस्य नो भयम्। यादृग् वितीर्यते दानं तादृगासाद्यते फलम्॥ yo bhuteshvabhayam dadyat bhutebhyastasya no bhayam| yadrig vitiryate danam tadrigasadyate phalam|| हिंदी अर्थ: जो प्राणियों को अभय देता…
यो ददाति सहस्त्राणि गवामश्व शतानि च। yo dadati sahastrani gavamashva shatani cha
यो ददाति सहस्त्राणि गवामश्व शतानि च। अभयं सर्वसत्वेभ्य स्तद्दानमितिचोच्यते॥ yo dadati sahastrani gavamashva shatani cha| abhayam sarvasatvebhya staddanamitichochyate|| हिंदी अर्थ: जो हजारों गाय और सैंकडो घोड़े दान देता है, सभी…
पिता पर संस्कृत श्लोक हिंदी अर्थ सहित | Sanskrit Shlok on Father Father’s Day
पिता पर संस्कृत श्लोक हिंदी अर्थ सहित | Sanskrit Shlok on Father पिता शब्द ‘पा रक्षणे’ धातु से निष्पन्न होता है। ‘यः पाति स पिता’ जो रक्षा करता है, वह…
पर्यावरण वृक्षारोपण प्रकृति पर संस्कृत श्लोक | Sanskrit slokas on environment nature with meaning in Hindi
पर्यावरण वृक्षारोपण पर संस्कृत श्लोक with Hindi Meaning Sanskrit slokas on environment with meaning in Hindi श्रीमद्भागवत में श्रीकृष्ण युधिष्ठिर को वृक्षों का महत्त्व बताते हुये कहते हैं; पश्यैतान् महाभागान्…