मिशन इंद्रधनुष अभियान
Mission Indradhanush Yojana in Hindi
क्या है? मिशन इंद्रधनुष अभियान:
मिशन इंद्रधनुष अभियान भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 25 दिसंबर 2014 प्रारम्भ किया गया एक मिशन है |
इंद्रधनुष के 7 रंगों को प्रदर्शित करने वाला मिशन इंद्रधनुष का उद्देश्य उन बच्चों का 2020 तक टीकाकरण करना है जिसे अभी तक टिका नही लगा है|
मिशन इंद्रधनुष में सात रोगों के लिए टीकाकरण को उपलब्ध करने कि योजना है –
- हेपेटाइटिस-बी
- डिप्थीरिया
- काली खांसी
- टेटनस
- पोलियो
- टीबी
- खसरा
मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के ज़रिये 2 वर्ष की आयु के प्रत्येक बच्चे एवं उन गर्भवती माताओं तक पहुँचने का लक्ष्य रखा है जो टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत यह सुविधा नहीं पा सके हैं।
भारत सरकार ने देश के 28 राज्यों के 201 ऐसे जि़लों की पहचान की है जिनमें अधूरे टीकाकरण की व्यवस्था कराने वाले और टीकाकरण से पूरी तरह से वंचित बच्चों और गर्भवती महिलाओ की संख्या सबसे ज्यादा है |
मिशन इंद्रधनुष के तहत पहले चरण में 201 जिलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का लक्ष्य तय किया है |
#मिशन इंद्रधनुष के तहत दूसरे चरण में 352 जिलो को चुना गया है| जिसका प्रारम्भ 7 अक्टूबर 2015 को हुआ|
मिशन इंद्रधनुष के तहत तीसरे चरण में 216 जिलो को चुना गया है| जिसका प्रारम्भ 7 अप्रैल 2016 को हुआ|
सघन मिशन इंद्रधनुष (IMI):
टीकाकरण कार्यक्रम को विस्तारित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 8 अक्टूबर 2017 को सघन मिशन इंद्रधनुष का शुभारंभ किया।
इस अभियान के तहत टीकाकरण पहुँच में सुधार के लिये चुने हुए ज़िलों और राज्यों में दिसंबर 2018 तक पूर्ण टीकाकरण से 90 % से अधिक का लक्ष्य रखा गया है।
मिशन इंद्रधनुष अभियान उद्देश्य:
सभी देश के बच्चों में स्वास्थ्य सुधार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मिशन इंद्रधनुष मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिये चलाए जा रहे कार्यक्रम का एक महत्त्वपूर्ण घटक है।
इस अभियान के तहत टीके से किसी रोग का इलाज संभव है तो किसी भी बच्चे को टीके का अभाव नहीं होना चाहिये।
मिशन इंद्रधनुष 2018:
इस मिशन के तहत देश भर के क्षेत्रों में उन बच्चों तक पहुंचने में सफलता हासिल की गई जो किसी भी अवस्था में वैक्सिनेशन के सभी स्तरों में से किसी एक स्तर को पूरा करने से चूक गए थे।
मिशन इंद्रधनुष के तहत मोबाइल वैक्सिनेशन वैन से देश भर में दौर किया गया और बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए टीकाकरण किया गया।
इस मिशन के तहत देश भर में 500 से अधिक जिलों में लगभग 25 मिलियन बच्चों को टीका लगाया है।
मिशन इंद्रधनुष के चार चरणों के तहत 2.53 करोड़ बच्चों और 68 लाख गर्भवती महिलाओं को जीवनरक्षक टीके लगाए गए है|
मिशन इंद्रधनुष पहले दो चरणों में टीकाकरण में 6.7 प्रतिशत प्रतिवर्ष की बढ़ोतरी दर्ज़ की गई है।