अरस्तु के 81 अनमोल विचार, अरस्तु जीवनी | Aristotle Quotes in Hindi

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अरस्तु के 81 अनमोल विचार, अरस्तु जीवनी 
Aristotle Quotes in Hindi

नाम: अरस्तु (Aristotle)

जन्म: 384 ईसा पूर्व

राष्ट्रीयता: यूनानी

क्षेत्र: अरस्तु ने भौतिकी, आध्यात्म, कविता, नाटक, संगीत, तर्कशास्त्र, राजनीति शास्त्र, नीतिशास्त्र, जीव विज्ञान सहित कई विषयों पर रचना की।

उपलब्धियाँ: प्लेटो के शिष्य और Alexander के गुरु, पश्चिमी दर्शनशास्त्र के प्रमुख व्यक्ति

अरस्तु के चर्चित पुस्तकें: Physics, Metaphysics, Nicomachean Ethics, Politics, De Anima (On the Soul) प्रोब्लेम्स, हिस्ट्री ऑफ़ एनिमल्स और Poetics

मृत्यु: 322 ईसा पूर्व (उम्र 62)

 

 

“कोई भी उस व्यक्ति से प्रेम नहीं करता जिससे वो डरता है|”

 

“मनुष्य स्वभाव से एक राजनीतिक जानवर है।”

 

“किसी मनुष्य का स्वभाव ही उसे विश्वसनीय बनाता है, न कि उसकी सम्पत्ति।”

 

मनुष्य प्राकृतिक रूप से ज्ञान कि इच्छा रखता है|

अगर औरते नहीं होती तो इस दुनिया की सारी दौलत बेमानी होती।

एक निश्चित बिंदु के बाद, पैसे का कोई अर्थ नहीं रह जाता।

मित्र का सम्मान करो, पीठ पीछे उसकी प्रशंसा करो, और आवश्यकता पड़ने पर उसकी सहायता करो।

किसी मनुष्य का स्वभाव ही उसे विश्वसनीय बनाता है, न कि उसकी सम्पत्ति।

दोस्तों के बिना कोई भी जीना नहीं चाहेगा, चाहे उसके पास बाकि सब कुछ हो।

चरित्र को हम अपनी बात मनवाने का सबसे प्रभावी माध्यम कह सकते हैं।

बुरे व्यक्ति पश्चाताप से भरे होते हैं।

जो सभी का मित्र होता है वो किसी का मित्र नहीं होता है।

संकोच युवाओं के लिए एक आभूषण है, लेकिन बड़ी उम्र के लोगों के लिए धिक्कार।

मनुष्य के सभी कार्य इन सातों में से किसी एक या अधिक वजहों से होते हैं: मौका, प्रकृति, मजबूरी, आदत, कारण, जुनून, इच्छा।

सभी भुगतान युक्त नौकरियां दिमाग को अवशोषित और अयोग्य बनाती हैं।

खुशी हम पर निर्भर करती है।

प्रकृति की सभी चीजों में कुछ ना कुछ अद्रुत है।

शिक्षा बुढ़ापे के लिए सबसे अच्छा प्रावधान है।

अपने दुश्मनों पर विजय पाने वाले की तुलना में मैं उसे शूरवीर मानता हूं जिसने अपनी इच्छाओं पर विजय प्राप्त कर ली है; क्योंकि सबसे कठिन विजय अपने आप पर विजय होती है।

आलोचना से बचने का एक ही तरीका है : कुछ मत करो, कुछ मत कहो और कुछ मत बनों।

उत्कृष्टता वो कला है जो प्रशिक्षण और आदत से आती है। हम इस लिए सही कार्य नहीं करते कि हमारे अन्दर अच्छाई या उत्कृष्टता है, बल्कि वो हमारे अन्दर इसलिए हैं क्योंकि हमने सही कार्य किया है। हम वो हैं जो हम बार बार करते हैं, इसलिए उत्कृष्टता कोई कार्य नहीं बल्कि एक आदत है।

अच्छा व्यवहार सभी गुणों का सार है।

कोई भी क्रोधित हो सकता है- यह आसान है, लेकिन  सही व्यक्ति से सही सीमा में सही समय पर और सही उद्देश्य के साथ सही तरीके से क्रोधित होना सभी के बस कि बात नहीं है और यह आसान नहीं है।

अच्छी शुरुआत से आधा काम हो जाता है।

हम वो है जो हम बार बार करते है।  उत्कृष्टता कोई तरीका नहीं बल्कि आदत है।

शिक्षा की जड़ें कड़वी होती है लेकिन फल मीठे होते है।

शिक्षित मन की यह पहचान है की वो किसी भी विचार को स्वीकार किए बिना उसके साथ सहज रहे।

अपने आप को जानना ही ज्ञान की शुरुआत है।

लोकतंत्र तब है जब किसी अमीर की जगह कोई गरीब देश का शासक हो।

आशा जागते हुए देखा गया स्वप्न है।

एक दोस्त क्या है? दो शरीर में रहने वाली एक आत्मा।

हमारे जीवन के गहनतम अंधकार के वक़्त हमें अपना ध्यान रोशनी देखने पर केंद्रित करना चाहिए

मन की ऊर्जा ही जीवन का सार है।

जो एक अच्छा अनुयायी नहीं बन सकता वो एक अच्छा लीडर भी नहीं बन सकता |

सीखना कोई बच्चों का खेल नहीं है, हम बिना दर्द के नहीं सीख सकते है।

एक अच्छा इंसान और एक अच्छा नागरिक बनना एक बात नहीं है।

ख़ुशी ही जीवन का उद्देशय और अर्थ है।

दोस्त बनना एक जल्दी का काम है लेकिन दोस्ती एक धीमी गति से पकने वाला फल है।

सभी आदमियों की प्रकृति ज्ञान चाहने वाली होती है।

बिना पागलपन के स्पर्श के किसी भी महान दिमाग का अस्तित्व नहीं होता है।

धैर्य कड़वा है पर इसका फल मीठा है।

पैसों के लिए की जाने वाली सभी नौकरियां हमारे दिमाग का अवशोषण और अवमूल्यन कर देती है।

महान आदमी हमेशा उदास प्रकर्ति के होते है।

अच्छा लिखने के लिए खुद को एक आम इंसान की तरह व्यक्त करो, लेकिन सोचो एक बुद्धिमान आदमी की तरह।

 प्रकृति बेकार में कुछ नहीं करती है।

युद्ध जितना पर्याप्त नहीं है, शांति कायम करना ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।

एक दोस्त आपकी दूसरी आत्मा है।

बिना दिल को शिक्षित किए दिमाग को शिक्षित करना, वास्तव में शिक्षा नहीं है।

 जितना ज्यादा आप जानोगे, उतना ज्यादा आप यह जानोगे की आप कुछ भी नहीं जानते।

दुर्भाग्य से उन लोगों का पता चलता है जो वास्तव में आपके मित्र नहीं है।

हम युद्ध करते है ताकि हम शांति में रह सके।

सभी लोगों में सही का अनुसरण करने का साहस होना चाहिए न की जो स्थापित है उसका।

शिक्षित और अशिक्षित में उतना ही फर्क है जितना की ज़िन्दगी और मौत में।

चरित्र को अनुनय का सबसे अधिक कारगर साधन कह सकते है।

वो जो एकांत में खुश रहता है या तो एक जानवर होता है या फिर भगवान।

बुद्धिमान आदमी बोलता है क्योंकि उसके पास कहने के लिए कुछ होता है जबकि मुर्ख आदमी बोलता है क्योंकि उसे कुछ कहना होता है।

सम्पूर्ण अपने हिस्सों के कुल जोड़ से ज्यादा है।

वो जो बच्चों को शिक्षित करते हो वो उन्हें पैदा करने वालो से ज्यादा सम्मानीय है क्योकि वो उन्हें केवल ज़िन्दगी देते है जबकि वो उन्हें सही तरीके से ज़िन्दगी जीने की कला सीखाते है।

नौकरी में ख़ुशी, काम में निखार लाती है।

पचास दुश्मनो का एन्टीडोट एक मित्र है। (एन्टीडोट – किसी चीज़ के विषैल प्रभाव को ख़त्म करने के लिए दी जाने वाली दवा )

गरीबी क्रांति और अपराध की जनक है।

जो अपने डर को जीत लेता है वो सही अर्थों में मुक्त होता है।

क्रोध एक उपहार है।

दर्शन (फिलोसोफी) लोगो को बीमार बना सकता है।

युवा आसानी से धोखा खाते है क्योंकि वो शीघ्रता से उम्मीद लगाते है।

एक मात्र स्थिर अवस्था वो है जिसमे सभी इंसान कानून के समक्ष बराबर है।

भगवान भी मज़ाक के शौक़ीन होते है।

साहस सभी मानवीय गुणों में प्रथम है क्योंकि यह वो गुण है जो आप में अन्य गुणों को विकसित करता है।

अनुशासन से स्वतंत्रता आती है।

न तो हमें कायर होना चाहिए न ही अविवेकी बल्कि हमें साहसी होना चाहिए।

आत्मा कभी भी मानसिक चित्र के बिना नहीं सोचती है।

बुद्धिमान का उद्देश्य ख़ुशी को सुरक्षित रखना नहीं होता है बल्कि दुःख को दूर रखना होता है।

                                                                                                                               Aristotle अरस्तु

 

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Shweta Pratap

I am a defense geek

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