देश की स्वाधीनता पर आँच तुम आने न देना।

राष्ट्र के श्रृंगार राष्ट्र के शृंगार! मेरे देश के साकार सपनों! देश की स्वाधीनता पर आँच तुम आने न देना। जिन शहीदों के लहू से लहलहाया चमन अपना उन वतन…

error: Content is the copyright of Shivesh Pratap.