कबाबचीनी (शीतलचीनी) के गुण
Benefits of Piper Cubeba in Hindi
कबाबचीनी को कंकोल, सुगंधमरिच, शीतलचीनी और क्यूबेब Cubeba भी कहते हैं। इसे जीभ पर रखने पर ठंडक महसूस होता हैं| इनका स्वाद कटु-तिक्त होता है| यह काली मिर्च जैसा एक छोटा सा डंठल लगा होता है| इसे एक अच्छी अवस्था में तोड़कर सुखा लेते हैं| इसका उपयोग सुगंधित मसालों के लिए और औषधि के रूप में किया जाता है|आइये जानते है कबाबचीनी के गुण…
1. #कबाबचीनी, शतावरी, गोखरू, बीजबंद, वंशलोचन, चोपचीनी, कौंच के बीज, सौंठ, पिप्पली, सफेद मूसली, सालमपंजा, विदारीकंद, काली मूसली व असंगध 10-10 ग्राम निशोथ 16 ग्राम मिश्री 200 ग्राम सबको पीसकर बारीक चूर्ण बना लें| सुबह शाम एक चम्मच 2-3 माह दूध के साथ सेवन करने से यौनशक्ति मैं वृद्धि होती है |
2. कबाबचीनी स्वाद में चरपरी, तीक्ष्ण, कड़वी, रुचिकर, मूत्रल, दीपन, पाचन, हल्की, वृष्य, ऊष्णवीर्य और हृदयरोग, कफ वात तथा अंधत्व को दूर करने वाली होती है।
3. मुंह में छाले होने पर, मुख से दुर्गंध आने पर, जीभ पर मैली परत जमा होने पर, मुंह का स्वाद खराब होने पर कबाबचीनी के 2-2 दाने मुंह में डालकर 3-4 बार चबाते हुए चूसे इससे आप को आराम मिलेगा|
4. कबाबचीनी का आधा चम्मच सुबह शाम एक कप दूध के साथ सेवन करने से बवासीर में शीघ्र लाभ होता है |
5. कबाबचीनी ,छोटी इलायची ,वंशलोचन , पिप्पली 10- 10 ग्राम लेकर चूर्ण बना लें तथा उसमें 40 ग्राम मिश्री मिलाकर आधा चम्मच सुबह शाम एक को मीठे दूध के साथ लेने से स्वप्नदोष होना बंद हो जाता है तथा वीर्य गाढा हो जाता है|
6. गला बैठ जाने पर कबाब चीनी , वच और कुलिंजंन 15-50 ग्राम कूटकर पान के रस में घोटकर 2-2 रत्ती की गोलियां बना कर सुखा लें दिन में तीन चार बार एक गोली मुंह में रखकर चूसे | ठंडी चीज व खटाई का परहेज करें |
7. कबाबचीनी के चूर्ण को दिन में 3-4 बार सूंघने से जुखाम में लाभ होता है |