क्या चीन के सामने भारत की सेना टिक पायेगी? | जानें चीन के आधुनिक हथियार

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क्या चीन के सामने भारत की सेना टिक पायेगी? | जानें चीन के आधुनिक हथियार

चीन की बिस्फोटक रूप से बढती ताकत से पूरे दक्षिण एशिया और इंडोप्रशांत क्षेत्र में एक गंभीर सुरक्षा संकट बढ़ता जा रहा है| चीन,  अपने पड़ोसियों भारत, वियतनाम, जापान, फिलीपींस, ताइवान को दबाकर रखना चाहता है| पूरे दक्षिण एशिया में भारत ही एकमात्र चीन की विस्तारक नीतियों का बाधक है और इसलिए चीन, भारत से चिढ़ा भी रहता है|

भारत और चीन के बीच विवाद देश की आजादी के साथ ही शुरू हो गए थे और यह विवाद समय के साथ और जटिल होते गए और साथ ही चीन और आक्रामक भी होता गया …..इसके फलस्वरूप भारत जैसे अहिंसक देश को शक्ति संतुलन के लिए हथियारों के होड़ में शामिल हो दुनिया के बड़े हथियार खरीदार की भूमिका में आना पड़ा|

ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर चीन की ताकत कितनी है?

आइए जानते हैं कितनी सैन्‍य ताकत है चीन के पास…….

राकेट फोर्स | PLA Rocket Force:

1 January 2016 को Second Artillery Corps को और एकीकृत और शक्तिशाली कर नवगठित सैन्य इकाई ‘PLA रॉकेट फोर्स’ बनाया गया है| यह परमाणु क्षमता से युक्त और सामान्य मिसाइलों के जल थल और नभ सेनाओं का एकीकृत संगठन है| यानि युद्ध में मिसाइलों के सञ्चालन के लिए तीनों सेनाओं से अलग एक सेना इसका स्वतंत्र सञ्चालन कर युद्ध को जीतने के हर संभव प्रयास करेगी |

सेनांग में परमाणु पनडुब्बी और वायुसेना के बमवर्षक विमानों को शामिल करने के बाद PLA रॉकेट फोर्स, जल, थल और वायु सैन्य बलों की क्षमता वाली पहली स्वतंत्र इकाई है, जो अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस से ज्यादा एकीकृत है|

गुआम किलर DF-26 मिसाइल:

4000 किलोमीटर दूर तक हमला करने वाले इस मिसाइल को ‘गुआम किलर’ की संज्ञा दी जाती है क्योंकि अमेरिका के गुआम द्वीप में स्थित अमेरिकी नौसैनिक बेडे इसके दायरे में है|

DF-21D मिसाइल:

युद्धपोतों को नष्ट करने की क्षमता रखने वाला यह बैलेस्टिक मिसाइल 1,450 किलोमीटर दूर तक जा सकता है|

यह पानी की बड़ी जहाजों को नेस्तेनाबुत करने में सक्षम है|

दुनिया की सबसे खतरनाक DF-5B मिसाइल:

द्रवीय ईंधन से चालित यह अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल तीन से अधिक परमाणु हथियार लेकर 15 हजार किलोमीटर दूर तक मार कर सकता है|

इसे दुनिया के सबसे खतरनाक मिसाइलों की श्रेणी में गिना जाता है|

HQ-10/FL-3000N मिसाइल डिफेंस सिस्टम:

कम दूरी का हवाई सुरक्षा के लिए बनी यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम नौसेना की ताकत को बहुत बढ़ा देता है|

इस हथियार को नौसेना के सबसे विकसित टाइप 052D डिस्ट्रॉयर शिप और टाइप 056 फ्रिगेट शिप पर तैनात किया गया है

H-6K स्ट्रेटेजिक बमवर्षक:

यह स्ट्रेटेजिक बमवर्षक विमान चीन को लंबे युद्ध में जोरदार क्षमता प्रदान करता है| इसमें अमेरिकी कैरियर और एशिया में मुख्य निशानों पर हमले की क्षमता है|

यह परमाणु हमला भी कर सकता है|

चीन के पास चौथी पीढ़ी की आधुनिक लड़ाकू विमानों की संख्या 747 से कहीं अधिक है जबकि भारत के पास ये संख्या सिर्फ 280 की है|

WZ-19 सशस्त्र हेलीकॉप्टर:

यह टैंकों और अन्य भारी निशानों को तबाह कर सकता है|

यह 4,500 KG वजन लेकर 245 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है|

एक बार ईंधन भरने के बाद दोबारा बिना ईंधन भरे यह तीन घंटे तक उड़ने की क्षमता रखता है|

ZTL-09 टैंक:

थल युद्ध की स्थिति में 105MM तोप से लैस वाहन दो किलोमीटर से अधिक दूरी पर सशस्त्र निशानों पर अचूक हमला कर सकता है|

इसे चीन में ही विकसित किया गया है|

वहीं, ZBD04 टैंक युद्ध क्षेत्र में सेना को सुरक्षित मदद और यातायात पहुंचाने के उद्देश्य से बनाया गया है|

ZBD04 टैंक
ZTL-09 टैंक

ZTZ-99A टैंक:

इस मुख्य युद्ध टैंक में 125MM स्मूथबोर तोप और ऑटोलोडर लगे हैं| यह वाहन 42 राउंड गोला एक बार में ढो सकता है और 22 अतिरिक्त राउंड एक अन्य ऑटोलोडर में रखे जा सकते हैं|

यह टैंक एक मिनट में आठ गोले दाग सकता है| अगर मैनुअली लोड किया जाए, तो एक मिनट में यह दो गोले दाग सकता है|

चीन के पास 2800 युद्धक टैंक हैं, जो किसी भी युद्ध की स्थिति में कहीं से भी जमीनी कार्रवाई कर किसी भी देश को तबाह करने की ताकत रखते हैं|

इसकी तुलना में भारत के पास सिर्फ 568 युद्धक टैंक ही हैं|

टाइप 001A विमानवाहक जहाज | Type 001A Aircraft Carrier:

यह सुपर शिप 26 April 2017 को चीन की नेवी में कमीशन किया गया है|

001 रूस के कुज्नेत्सोव क्लास कैरिअर पर आधारित है |

यह 315 मीटर लम्बा और 55000 टन की विस्थापन क्षमता की जहाज है |

001 कैरिअर 48 हवाई जहाजों को ढो सकता है|

टाइप 055 विध्वंशक | Type 055 Destroyer:

यह विध्वंशक 2018 में PLA नेवी का अंग बन जायेगा और इससे चीन की नेवी की ताकत कई गुना बढ़ जायेगी |

टाइप 055 विध्वंशक 4 हेलीकाप्टर प्लेटफार्म के साथ साथ जल थल और नभ में मार करने वाली मिसाइल से लैश होगी |

यह CY-5 पनडुब्बी रोधी मिसाइल से लैश होगी |

पैदल सेना:

सैनिकों की बात करें तो चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी सेना है|

चीन के पास 22 लाख 85 हजार सशस्त्र सैनिक हैं, तो 5 लाख 10 हजार रिजर्व सैनिक भी हैं|

यही नहीं अर्धसैनिक बलों के रूप में चीन के पास 6 लाख 60 हजार सैनिक हैं|

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Shweta Pratap

I am a defense geek

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