देशद्रोहियों के सीने पर जो सवार थे बालासाहब,
इस्लामी गुंडों पर चलती चाबुक थे बाला साहब,
सुनकर कापें पाक सदा एक नाम थे बाला साहब,
भारत हिंदू और सनातन के चिंतक थे बाला साहब,
हिंदू हित की बात किए जो नहीं डिगे बाला साहब,
अब सदा सदा को तरसेगा देश एक बाला साहब…
…….भावुक श्रद्धांजलि
© हुंकार