पीपली के 25 फायदे एवं उपयोग | 25 Benefits and Use of Long pepper in Hindi

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पीपली के 25 फायदे एवं उपयोग
25 Benefits and Use of Long pepper in Hindi 

वानस्पतिक नाम: पाइपर लोंगम

संस्कृत नाम: पीप्पलि

अंग्रेज़ी नाम: लॉन्ग पाइपर Long pepper

परिवार: पाइपरेसी

वाणिज्यिक अंग: फल

पीपली का परिचय: 

  • Long pepper पाइपरेसी परिवार का पुष्पीय पौधा है। इसकी खेती इसके फल के लिये की जाती है।

  • पीपला पाइपर लोंगम का सूखा फल है जो एक चढनेवाले गाँठदार तनाओं एवं चिरस्थाई काष्ठ-सदृश जडों से युक्त है।
  • इसके पत्ते 5-9 से.मी. लंबे, 3-5 से.मी. चौडे, अण्डाकार, तल में विस्तृत वृत्ताकार पिण्डकवाले हैं।
  • स्त्रीजातीय स्पाइक बेलनाकार, पुंजातीय स्पाइक बडे और पतले होते है।

  • फल अण्डाभ, पीताभ नारंगी, छोटा, गुठलीदार फल एवं मांसल स्पाइक में डूबा हुआ होता है।

पीपली का वृक्ष एवं उत्पादन:

  • Long pepper का पौधा मध्य हिमालय से असम बंगाल की निम्न पहाडी इलाकों पश्चिम घाट के सदाबहार जंगलों निकोबार आइलैंड उत्तरप्रदेश एवं नेपाल में दिखाई पडता है|

  • पीपला बडे पैमाने पर चूनापत्थर मिट्टी एवं भारी वर्षावाले प्रदेशों में बढाया जाता है जहाँ अपेक्षित आद्रता उच्च होती है।
  • Long pepper के फल में ऍल्कलॉयड पाइपराइन होता है जो इसे इसका तीखापन देता है।
  • इसमें सुगन्धित तेल 0.7 % पाइपराइन 4-5 % तथा पिपलार्टिन नामक क्षाराभ पाए जाते हैं।
  • पीपली की जड़ जिसे पीपला मूल भी कहा गया है पाइपरिन 0.15-0.18 % पिपलार्टिन 0.13-0.20 % पाइपरलौंगुमिनिन एक स्टिरॉएड तथा ग्लाइकोसाइड से युक्त होती है।

पीपली का उपयोग:

  • Long pepper के फल को सुखाकर मसाले छौंक एवं औदषधीय गुणों के लिये आयुर्वेद में प्रयोग किया जाता है।
  • इसके फल एवं जडें श्वसन-रोगों केलिए दवा के रूप में और पेशी दर्द और सूजन केलिए प्रति प्रकोपक एवं पीडाहारी के रूप में प्रयुक्त होते हैं।

  • इसके वातहर हीमैटिनिक एवं कृमि रोधी गुण होते हैं।

पीपली के फायदे:

  • पिप्पली को पानी में पीसकर माथे पर लेप करने से सिर दर्द ठीक होता है।
  • Long pepper और वच चूर्ण को बराबर मात्रा में लेकर 3 ग्राम की मात्रा में नियमित रूप से दो बार दूध या गर्म पानी के साथ सेवन करने से आधासीसी का दर्द ठीक होता है |
  • Long pepper का चूर्ण लगभग आधा ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम शहद के साथ प्रतिदिन 1 महीने तक सेवन करने से मोटापा समाप्त होता है।
  • पिप्पली के 1 से 2 दाने दूध में देर तक उबाल लें और दूध से पिप्पली निकालकर खा लें और ऊपर से दूध पी लें। इससे मोटापा कम होता है।

  • Long pepper पीपल मूल,काली मिर्च और सौंठ के समभाग चूर्ण को 2 ग्राम की मात्रा में लेकर शहद के साथ चाटने से जुकाम में लाभ होता है |
  • आधा चम्मच पिप्पली चूर्ण में बराबर मात्रा में भुना जीरा तथा थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर छाछ के साथ प्रातः खाली पेट सेवन करने से बवासीर में लाभ होता है |

  • Long pepper के 1-2 ग्राम चूर्ण में सेंधा नमक हल्दी और सरसों का तेल मिलाकर दांत पर लगाने से दांत का दर्द ठीक होता है |
  • Long pepper चूर्ण में शहद मिलाकर प्रातः सेवन करने से, कोलेस्ट्रोल की मात्रा नियमित होती है तथा हृदय रोगों में लाभ होता है।

  • पीपली और छोटी हरड़ को बराबर मात्रा में मिलाकर, पीसकर  प्रतिदिन एक चम्मच सुबह- शाम गुनगुने पानी से सेवन करने पर पेट दर्द,मरोड़,व दुर्गन्धयुक्त अतिसार ठीक होता है |
  • पिप्पली मे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के निष्चित गुण हैं जिनके कारण T.B. एवं अन्य संक्रामक रोगों की चिकित्सा में इसका उपयोग लाभदायक होता है।
  • पीपल, पीपलामूल, चित्रक, चव्य, सौंठ का काढ़ा बना कर पीने से थाइराइड की बीमारी कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती है|

  • बच्चों का दांत निकलते समय पिपली घिसकर शहद के साथ चाटने से दांत आराम से निकल आते है|
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Shweta Pratap

I am a defense geek

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