Hunkar Poetry

हासिम के “राम” का फटहा तिरपाल हूँ!!!

हासिम के "राम" का फटहा तिरपाल हूँ, बिक गया हिंदू सपाई ज्ञानदास हूँ । आजम-अखिलेश की अवैध संतान हूँ, बाबर…

9 years ago

रामभक्तों की लाशों पे हंसता समाजवाद हूँ

बाबरी मस्जिद के शर्म का प्रमाण हूँ राम के अस्तित्व का मिटता निशान हूँ रामभक्तों की लाशों पे हंसता समाजवाद…

9 years ago

अन्न की बर्बादी एवं गरीबी पर कविता | अमीरी गरीबी शायरी | food wastage quotes

अन्न की बर्बादी एवं गरीबी पर कविता | अमीरी गरीबी शायरी | food wastage quotes: आंकड़े के परिणामों को यहाँ…

9 years ago

रेप की घटनाओं के विरुद्ध कविता !!! Poem on Nirbhaya Kand 2012 Memories

रेप की घटनाओं के विरुद्ध कविता !!! Poem on Nirbhaya Kand 2012 Memories देहली  के ह्रदय  पर  जो  कालिमा सी …

9 years ago

रहीम रसखान और कलाम होने दो !!!

दबी अभिव्यक्ति को आज़ाद होने दो, रहीम रसखान और कलाम होने दो, वतन की आबरू के वास्ते ऐ दोस्त... इन…

9 years ago