एकता पर संस्कृत श्लोक |Shloka for Unity in Sanskrit with Meaning

एकता पर संस्कृत श्लोक | Shloka for Unity in Sanskrit with Meaning असहायः पुमानेकः कार्यान्तं नाधिगच्छति । तुषेणापि विनिर्मुक्तः तण्डुलो न प्ररोहति ॥ इन्सान अकेला हो तब असहाय होता है,…

चरित्र पूजन पर संस्कृत श्लोक | Shloka on Great People in Sanskrit with Meaning

चरित्र पूजन पर संस्कृत श्लोक | Shloka on Great People  आदि काल से ही चरित्र पूजन का बहुत महत्व रहा है | सभी प्राणियों  को  गणेश, सरस्वती, रवि, शुक, और…

विवाह वर्षगांठ की बधाई संस्कृत में शुभकामनाएँ | Marriage Anniversary Wish in Sanskrit

विवाह की संस्कृत में शुभेच्छा बधाई शुभकामनाएँ राजेश-रेखा विवाह अनुबन्धम्। शुभं भवतु ॠषि कृत प्राचीन प्रबन्धम्॥ प्राचीन भारतीय ॠषियों द्वारा अनुप्रणीत सामाजिक प्रबन्धन के अनुसार विशेष और स्नेहा का विवाह…

ईश्वर पर संस्कृत श्लोक |God Shloka in Sanskrit with Meaning

ईश्वर यस्मात्क्षरमतीतोऽतोहमक्षरादपि चोत्तमः । अतोऽस्मि लोके वेदे च प्रथितः पुरुषोत्तमः ॥ मैं (ईश्वर) नाशवंत जड समुदाय (क्षेत्र) से सर्वथा भिन्न हूँ, और अविनाशी जीवात्मा से भी उत्तम हूँ; इस लिए…

भक्ति पर संस्कृत श्लोक | Sanskrit Slokas on Bhakti with Meaning

भक्ति पर संस्कृत श्लोक | Sanskrit Slokas on Bhakti अत्याहारः प्रवासश्च प्रजल्पो नियमग्रहः । जनसङ्गश्व लौल्यंच षड्भिः योगो विनश्यति ॥ अति आहार, अधिक श्रम, बहुत बोलना, उपवास, सामान्य लोगों का…

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