रेलवे की विविध रेलगाड़ियों की सूची| Indian Railway Train Types Full List:
Gatimaan Express (गतिमान एक्सप्रेस):
यह एक सेमी हाई स्पीड ट्रेन (अर्ध तीव्रगति रेल) है जो भारत में दिल्ली और आगरा के बीच चलती है। यह 160 किमी/घंटा (99 मील प्रति घंटा) की गति पर चल रही है और भारत में सबसे तेजी से चलने वाली ट्रेन में से एक है। यह ट्रेन 188 किलोमीटर (117 मील) की आगरा छावनी रेलवे स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली की यात्रा कवर करने के लिए 100 मिनट का समय लेती है।
Shatabdi Express (शताब्दी एक्सप्रेस):
शताब्दी ट्रेने दिन के समय दो शहरों के बीच चलने वाली वातानुकूलित ट्रेन हैं। राजधानी या दुरंतो एक्सप्रेस के विपरीत, शताब्दी ट्रेन एक ही दिन में एक दौर की यात्रा पूरी कर लेती हैं। भोपाल शताब्दी (ट्रेन नंबर: 12001/12002) भारत में सबसे तेज गति से चलती है| नई दिल्ली और आगरा छावनी के बीच है, यह ट्रेन 100 किमी / घंटा (62 मील प्रति घंटे) की औसत गति से यात्रा करती है परन्तु 160 किलोमीटर प्रति घंटा की उच्च गति छू लेती है| इसमें 3-टीयर एसी बर्थ होता है। ये बहुत कम स्टेशनों पर रूकती है| भारतीय रेलवे इसमें वाई-फाई सेवा देने की योजना बना रहा है अभी यह नई दिल्ली से कालका शताब्दी एक्सप्रेस में परीक्षण हेतु लगाया गया है|
Rajdhani Express (राजधानी एक्सप्रेस):
राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन एक वातानुकूलित (air-conditioned) ट्रेन हैं जो नई दिल्ली को अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ती हैं। यह उच्च प्राथमिकता वाली ट्रेन है और भारत में सबसे तेज गति की ट्रेनों में से एक है| यह लगभग 130-140 किमी / घंटा की अधिकतम गति से यात्रा करती है। राजधानी एक्सप्रेस बहुत कम स्टेशनों पर रूकती है| 2014 के रेल बजट में, यह प्रस्तावित किया गया था कि शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस की गति को 180 किमी / घंटा तक बढ़ाया जा सकता है।
Duronto Express (दुरंतो एक्सप्रेस):
दुरंतो एक्सप्रेस एक नॉन स्टॉप (तकनीकी हाल्ट को छोड़कर) ट्रेन सेवा है जो वर्ष 2009 में पहली बार शुरू की गई थी| इस सेवा के माध्यम से प्रमुख महानगरों और प्रमुख राज्यों की राजधानियों को देश की राजधानी से नॉन स्टॉप द्रुतगामी ट्रेनों से जोड़ा गया|
AC Express (एसी एक्सप्रेस):
एसी एक्सप्रेस पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन है जो देश के प्रमुख शहरों को जोड़ती है। यह ट्रेन उच्च प्राथमिकता वाली है और 130 किमी / घंटा की स्पीड के साथ भारत में सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेनों में से एक हैं। AC एक्सप्रेस बहुत कम स्टेशनों पर रूकती है|
Tejas Express (तेजस एक्सप्रेस):
तेजस नाम से चलाई जाने वाली नई ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी. इन ट्रेनों में मनोरंजन, वाईफाई और स्थानीय व्यंजनों जैसी सेवाएं प्रदान की जाएंगी. इन दोनों ट्रेनों के परिचालन की लागत किराए के साथ दूसरे तरीकों से भी वसूली जाएगी. यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन होगी। इनकी रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इसे भारतीय रेलवे के भविष्य का मॉडल बताया जा रहा है।
Double Decker Express (डबल डेकर एक्सप्रेस):
डबल डेकर एक्सप्रेस पूरी तरह से वातानुकूलित दो तल की एक्सप्रेस गाड़ियां हैं। यह उच्च प्राथमिकता ट्रेन है और भारत में तेजी से चलने वाली ट्रेनों में माना जाता है। देश की पहली वातानुकुलित डबल डेकर रेल, हावडा से धनबाद के मध्य 1 अक्टूबर 2011 को चलाई गई ।
U.D.A.Y. Express (उदय एक्सप्रेस):
ये एसी डबल डेकर ट्रेन होंगी, जो रात में चलेंगी। इसमें सोने की व्यवस्था होगी। ये सबसे व्यस्त मार्गों पर चलाई जाएंगी। इसका पूरा नाम “U=उत्कृष्ट D=डबलडेकर A=एयरकंडीशंड Y=यात्री” एक्सप्रेस। इन ट्रेनों के जरिए चालीस प्रतिशत यात्री क्षमता बढ़ाने की योजना है।
जन शताब्दी एक्सप्रेस:
जन शताब्दी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस का नॉन-एसी वर्ग है और अधिक किफायती किस्म है। अधिकतम गति 130 किमी / घंटा (81 मील प्रति घंटा) है। यह अधिकतर अति व्यस्त मार्गों पर चलाया जाता है |
गरीब रथ:
गरीबों को भी कम बजट में उच्च स्तरीय और वातानुकूलित यात्रा करवाने हेतु वातानुकूलित गरीब रथ गाड़ियाँ चलाई गईं। इसकी अधिकतम गति 130 किमी / घंटा (81 मील प्रति घंटा) है। उनमें से कुछ में एसी चेयर कार भी होती है। पहली गरीब रथ एक्सप्रेस का परिचालन 4 अकटूबर, 2006 को किया गया । देश भर में 28 गरीब रथ एक्सप्रेस चलाई जा रही हैं।
हमसफर एक्सप्रेस:
दम्पतियों या परिवार की यात्रा को सुगम बनाने के लिए हमसफ़र एक्सप्रेस की शुरुआत की गई | ये पूरी तरह से एसी 3 टीयर कोचों वाली रात्रिकालीन ट्रेन है। इसके सभी डिब्बे थर्ड एसी के होंगे। इसमें सफर के दौरान यात्रियों को खाना भी दिया जाएगा।
संपर्क क्रांति एक्सप्रेस:
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को अन्य इलाकों से सुपर फास्ट एक्सप्रेस कनेक्टिविटी प्रदान करने की श्रृंखला में इसे चलाया गया। इन ट्रेनों को सुपरफास्ट एक्सप्रेस / मेल की तुलना में अधिक प्राथमिकता दी जाती है।
युवा एक्सप्रेस:
इन ट्रेनों को दुरंतो एक्सप्रेस के साथ शुरू किया गया था और 18 से 45 वर्ष के यात्रियों हेतु 60 प्रतिशत सीटें रिज़र्व हैं | देश के युवाओं के लिए वातानुकूलित पर्यटन प्रदान करने के लिए और युवाओं को रोजगार की यात्राओं को सुगम बनाने के लिए ये गाड़ियाँ चलाई गयीं।
कवि गुरू एक्सप्रेस:
यह ट्रेन रवीन्द्रनाथ टैगोर के सम्मान में जारी किया गया था। वर्तमान में इन ट्रेनों के चार जोड़े भारतीय रेल नेटवर्क पर कार्य करते हैं।
विवेक एक्सप्रेस:
स्वामी विवेकानंद की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में 2013 में विवेक एक्सप्रेस के चार जोड़े शुरू किए गए थे। यह भारत की सबसे लम्बी दूरी तय करने वाली रेलगाड़ी है जो डिब्रूगढ़ (असोम) से कन्याकुमारी (तमिलनाडु) के बीच चलती है ।
सुपरफास्ट एक्सप्रेस / मेल:
इन ट्रेनों की गति 100-110 किमी / घंटा (62-68 मील प्रति घंटा) होती है। इन गाड़ियों के लिए टिकट के लिए एक अतिरिक्त सुपरफास्ट सरचार्ज होता है।
इंटरसिटी एक्सप्रेस:
छोटे मार्गों के लिए महत्वपूर्ण शहरों को कनेक्ट करने के लिए शुरू की गई सेवा है। ये सुपरफास्ट एक्सप्रेस की गति और एक्सप्रेस की गति श्रेणी में रखी जाती है। विश्व प्रसिद्द डेक्कन क्वीन और फ्लाइंग क्वीन रेलगाड़ियाँ इंटरसिटी की श्रेणी की ट्रेनें हैं।
राज्य रानी एक्सप्रेस:
किसी राज्य में महत्वपूर्ण शहरों को राज्यों की राजधानियों से कनेक्ट करने के लिए शुरू किया गया था।
एक्सप्रेस / मेल:
ये भारत में गाड़ियों का सबसे आम प्रकार हैं। वे अपने सुपर फास्ट समकक्षों की तुलना में ज्यादा स्टेशनों पर रूकती हैं।
फास्ट पैसेंजर और पैसेंजर ट्रेन:
इन गाड़ियों में आम तौर पर अनारक्षित बैठने की जगह होती है, लेकिन कुछ रात्रिकालीन ट्रेनों में स्लीपर और 3 टीयर एसी डिब्बे भी होते हैं। इन ट्रेनों की गति 40-80 किमी / घंटा (25-50 मील प्रति घंटा) होती है।
उपनगरीय ट्रेन:
ऐसी ट्रेनें मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे और कानपुर और लखनऊ के बीच शहरी क्षेत्रों में काम करते हैं, आमतौर पर हर स्टेशनों पर रूकती हैं और इनमें अनारक्षित बैठने की जगह होती है।
मेट्रो ट्रेनें:
इसे शहर परिवहन को सुगम करने हेतु तैयार किया गया। भारतीय रेलवे नें कोलकाता के लिए देश का पहला कोलकाता मेट्रो का निर्माण किया। अब मेट्रो रेल सेवाए नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, जयपुर और बेंगलूर में भी हैं। लखनऊ में २०१७ के प्रारंभ तक मेट्रो रेल सेवा प्रारंभ हो जाएगी|
अन्त्योदय और जनसाधारण एक्सप्रेस:
ये ट्रेन आम आदमियों के लिए होगी। इसमें केवल सामान्य श्रेणी के अनारक्षित डिब्बे होंगे। ट्रेन लंबी दूरी के लिए चलाई जाएगी। यह सुपर फास्ट ट्रेन होगी। यह ट्रेनें मार्ग पर अन्य गाड़ियों पर दबाव कम करने के लिए चलाए जा रहे हैं।
महामना एक्सप्रेस:
यह आधुनिक सुविधाओं के साथ सुसज्जित भारतीय रेल के डिब्बों का नया संस्करण है। इस ट्रेन का हुलिया भी अन्य ट्रेन से अलग है। यह एक त्रि-साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन सेवा है जो जौनपुर, सुल्तानपुर, लखनऊ और मुरादाबाद के रास्ते वाराणसी और नई दिल्ली शहर के बीच चलती है।
पर्यटक गाड़िया:
भारतीय रेल भी पैलेस ऑन व्हील्स, महाराजा एक्सप्रेस, गोल्डन चैरिअट आदि शानदार पर्यटक गाड़ियों के साथ ही संसार की सबसे पुरानी संचालित फेयरी क्वीन इंजन से विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का फायदा हुआ है।
टॉय ट्रेन:
दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे को “टॉय ट्रेन” के रूप में भी जाना जाता है, एक 2 फीट (610 मिमी) की नैरो गेज रेलवे लाइन भारत के पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच चलती है। 1879 और 1881 के बीच निर्मित दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे को 1999 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। नीलगिरि माउण्टेन रेलवे को भी वर्ष 2005 में विश्व विरासत सूची मे स्थान दिया गया। यह कून्नूर को ऊटी से जोड़ती है । कालका-शिमला रेलमार्ग को वर्ष 2008 में इस सूची में स्थान दिया गया|
ट्राम रेलगाड़ी:
यह सड़क पर बने रेल ट्रैक पर चलती है यह धीमी गति से चलती है। इसमें बस के आकार के दो या तीन डिब्बे होते हैं| कलकत्ता और बड़ोदा में ट्राम चलती थी और कलकत्ता में आज भी आप ट्राम की यात्रा कर सकते हैं|
हेरिटेज ऑन व्हील्स:
राजस्थान पर्यटन विकास निगम तथा रेल विभाग की संयुक्त भागीदारी द्वारा राजस्थान के शेखावटी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हेरिटेज ऑन व्हील्स का परिचालन 17 फरवरी, 2006 से प्रारम्भ यात्रा 17 दिनों की होती है। यह दिल्ली से प्रारम्भ होकर जयपुर, अजमेर, पुष्कर,बीकानेर,जैसलमेर, जोधपुर , तथा उदयपुर होती हुई पुन: दिल्ली आती है।
मैत्री एक्सप्रेस:
यह भारत व बांग्लादेश के मध्य 14 अप्रैल, 2008 km कोलकाता के चित्रपुर से ढ़ाका (बांग्लादेश) तक 43 वर्ष के अंतराल के पश्चात् शुरू की गई। वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान कोलकाता-ढाका रेल सेवा बन्द कर दी गई थी।
महाराजा एक्सप्रेस:
देश की सर्वाधिक लग्जरी रेलगाड़ी महाराजा एक्सप्रेस का परिचालन 6 मार्च, 2010 से मुम्बई से दिल्ली के बीच आरम्भ हुआ । 20 मार्च, 2010 को दिल्ली तथा कोलकाता के बीच भी महाराजा एक्सप्रेस चलाई गई ।
हिमसागर एक्सप्रेस:
यह 12 राज्यों में 3738 किमी की दूरी तय करती है । इसका शुभारम्भ 3सितम्बर, 1984 को किया गया था ।
रॉयल ऑरिएण्ट एक्सप्रेस:
यह विभिन्न सुविधाओं वाली पर्यटन रेलगाड़ी है । जिसे राज्य सरकारों के पर्यटन विभाग और रेल मंत्रालय के संयुक्त उपक्रम के रूप मे चलाया जाता है। इस तरह की पहली रेलगाड़ी 1फरवरी,1995 को दिल्ली-बेरावल (गुजरात) के बीच चलाई गई थी ।