आदि शंकराचार्य: अद्वैत वेदांत के महान आचार्य

आदि शंकराचार्य: अद्वैत वेदांत के महान आचार्य आदि शंकराचार्य भारत के महानतम आचार्य में से एक थे, जो 8वीं शताब्दी के दौरान रहते थे। वह एक दार्शनिक, धर्मशास्त्री और विद्वान…

अंबेडकर नहीं संत रविदास | आज के भ्रमित हरिजनों हेतु

॥ आज के भ्रमित हरिजनों हेतु ॥ अंबेडकर नहीं संत रविदास जब संत रामानंद जी के शिष्य संत रविदास का चमत्कार बढ़ने लगा तो इस्लामिक शासन घबड़ा गया सिकंदरसाह लोदी…

हिन्दू धर्म का ब्रह्म बनाम अब्राहमिक अल्लाह | निराकार ब्रह्म यथार्थ में क्या है?

हिन्दू धर्म का ब्रह्म बनाम अब्राहमिक अल्लाह निराकार ब्रह्म यथार्थ में क्या है ? पढ़ें और शेयर करें वैदिक युग के सामाजिक व्यवस्थापन के बाद हिन्दू समाज के मनीषी इस…

गृहस्थाश्रम के गहरे निहितार्थ | वैष्णव परंपरा का सततता मॉडल

गृहस्थाश्रम के गहरे निहितार्थ | वैष्णव परंपरा का सततता मॉडल गृहस्थाश्रम के गहरे निहितार्थ: चारित्रिक दोष मानव समाज की समस्याओं के केंद्र में सदा से रहा है। सन्यास, ब्रह्मचर्य आदि…

क्रांतिकारी ठाकुर रोशन सिंह का अंतिम पत्र! जिन्दगी जिन्दा-दिली को जान ऐ रोशन!

क्रांतिकारी ठाकुर रोशन सिंह का अंतिम पत्र! क्रांतिकारी ठाकुर रोशन सिंह (जन्म: 22 January 1892) का अंतिम पत्र जो उन्होंने नैनी जेल में फांसी पे चढ़ने के पहले लिखा था।…

error: Content is the copyright of Shivesh Pratap.