क्या है पैराडाइज पेपर्स लीक मामला | All Facts about Paradise Papers Leak

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पैराडाइज पेपर्स मामला क्या है?

जर्मन अखबार स्युडायचे साईतुंग  (Süddeutsche Zeitung) ने पनामा पेपर्स लीक के बाद अब पैराडाइज पेपर्स को दुनिया के सामने ला दिया है | इस खोजी पत्रकारिता ने अर्थ जगत और संसार के हर देश की बड़ी हस्तियों का काला चिटठा खोल भूचाल ला दिया है |

पैराडाइज पेपर्स मामले में जर्मन अखबार ने बरमूडा की कंपनी  ऐपलबाय (Appleby), सिंगापुर की कंपनी एशियासिटी (Asiaciti) ट्रस्ट और टैक्स चोरी करने वालों के स्वर्ग समझे जाने वाले 19 देशों में कराई गई कार्पोरेट रजिस्ट्रियों से जुड़े करीब 13400000 पेपर्स मिले।

पैराडाइज पेपर्स खुलासा जर्मन अखबार स्युडायचे साईतुंग  (Süddeutsche Zeitung) ने किया है। यह वही अखबार है, जिसने 18 महीने पहले पनामा पेपर्स का खुलासा किया था।

स्युडायचे साईतुंग (Süddeutsche Zeitung)  ने ये ICIJ ( डॉक्युमेंट्स इंटरनेशनल कंसोर्शियम ऑफ इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट्स ) के साथ साझा किया।

पैराडाइस पेपर्स में जिन टैक्स हैवेन देशों से पेपर लीक किए गए हैं उनमें  एंटीगुआ – बारमुडा, अरुबा, द बहामास, बारबाडोस, बरमुडा, द केमैन आईलैंड, लेबुआन, लेबनान, माल्टा, समोआ, त्रिनिडाड और टोबैगो और वैनुआतू हैं।

ICIJ ने अपनी वेबसाइट पर भी दस्तावेजों की जांच के बाद सामने आए तमाम नामों कि लिस्ट जारी की है जिसे कोई www.icij.org पर भी देख सकता है।

इस जांच के प्रकाशन के लिए 380 से अधिक पत्रकारों ने एक साल तक जांच की। वे 70 साल पहले तक के आंकड़ों की जांच करते हुए इस नतीजे पर पहुंचे हैं।

पैराडाइज पेपर्स की लिस्ट में 180 देशों के नाम हैं। नामों के लिहाज से इस लिस्ट में भारत 19वें नंबर पर है।

कर चोरी ने बढाया है वैश्विक असमानता:

यह मामला ऐसे समय में सामने आया है, जब वैश्विक आर्थिक असमानता बढ़ रही है। प्रमुख अर्थशास्त्री गैब्रियल जुकमैन ने कहा कि वैश्विक असमानता बढ़ने के लिए जो सबसे बड़ा कारण है, वह है टैक्स हैवन देश। जैसे-जैसे असमानता बढ़ती जा रही है, कर चोरी (offshore tax evasion) एक विशिष्ट खेल बनता जा रहा है।

 ऐपलबाय (Appleby) क्या है जानें:

ऐपलबाय (Appleby) 125 साल पुरानी लीगल फर्म हैं और इसे 1980 में मेजर रेगिनाल्ड ने शुरू की।

इसका पुराना नाम Appleby Spurling Hunter था |

ये दुनिया भर की कंपनियां, फाइनेंशियल इंस्टीटयूट और सेलिब्रिटीज और अमीरों को निवेश और टैक्स की सलाह देती है।

इस कंपनी में 740 इम्प्लॉइज काम करते हैं। वहीं इसके पास 200 एडवोकेट और 60 से ज्यादा पार्टनर हैं।

शंघाई, मॉरिशस, सेशेल्स, बरमूडा, वर्जिन आइलैंड जैसे 10 देशों में इसके दफ्तर हैं।

2015 में विदेशी निवेश की सलाहकार कम्पनियनों में ऐप्लेब्बी को शीर्ष स्थान मिला था |

एशिया सिटी (Asiaciti) ट्रस्ट:

यह ऑफशोर इस्टैबलिशमेंट के लिए काम करती है, जो क्लाइंट्स को ऐसे स्ट्रक्चर मुहैया कराती है, जो कानूनी रूप से अपने टैक्स बिल को कम करने में मदद करें।

Asiaciti Trust को 1978 में ग्रेमे ब्रिग्स  (Graeme W Briggs) ने स्थापित किया था |

इसका मुख्यालय सिंगापुर में है और यह कम्पनी दुबई, पनामा,  सामोआ और कुक आइलैंड में कार्यरत है |

2016 में इसे वेल्थ ब्रीफिंग अवार्ड और अल इंटरनेशनल फाइनेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया था |

यह कंपनी वकीलों, अकाउंटेंट्स, बैंकर्स और अन्य लोगों के नेटवर्क की एक सदस्य है। इस नेटवर्क में वे लोग भी शामिल हैं जो अपने क्लाइंट्स के लिए विदेशों में कंपनियां सेट अप करते हैं और उनके बैंक अकाउंट्स को मैनेज करते हैं।

पैराडाइज पेपर्स में भारतीय:

इस लिस्ट में कुल 714 भारतीयों के नाम शामिल हैं। और नामों की लिस्ट में भारत 19 वें स्थान पर है |

इनमें अभिनेता अमिताभ बच्चन एक बड़ा और चकित करने वाला नाम है |

राजनीती से केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, सांसद रवींद्र किशोर सिन्हा के नाम राजनीती में भूचाल ला सकते हैं |

जयंत सिन्हा ने सफाई देते हुए कहा है कि सितंबर 2009 में वह ओमिद्यार नेटवर्क से बतौर मैनेजिंग डायरेक्टर जुड़े थे| वह दिसंबर 2013 तक कंपनी में रहे, जिसके बाद जनवरी 2014 से नवंबर 2014 तक वह डिलाइट के स्वतंत्र निदेशक रहे| उन्होंने कहा कि मंत्री बनने से पहले ही उन्होंने ये कंपनी छोड़ दी थी और इससे मिली फीस व डिलाइट के शेयर पहले ही सार्वजनिक कर रखे हैं|

संजय दत्त की पत्नी मान्यता दिलनशीं नाम से लिस्ट में शामिल हैं।

इसमें सन टीवी, एस्सार-लूप, SNC लावलिन का भी नाम है।

फोर्टिस-एस्कॉर्ट्स के चेयरमैन डॉ. अशोक सेठ भी लिप्त:

इस लिस्ट में फोर्टिस-एस्कॉर्ट्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ. अशोक सेठ का है| भारत के प्रतिष्ठित डॉक्टरों में शुमार सेठ को पद्म भूषण और पद्म श्री जैसे सम्मान से नवाजा जा चुका है|

स्टेंट बनाने वाली सिंगापुर की एक कंपनी ने वर्ष 2004 में डॉ. सेठ को शेयर दिए थे| रिपोर्ट के मुताबिक, इसके एवज में सेठ ने अपने मरीजों को इसी कंपनी के स्टेंट लगाने की सलाह दी|

इस लिस्‍ट में जालंधर के पवितार सिंह उप्‍पल, कोटा के रवीश भडाना, गाजियाबाद की नेहा शर्मा और मोना कलवानी, हैदराबाद के वेंकटा नरसा रेड्डी अतुनूरी और पार्थ सारथी रेड्डी बंदी, मुजफ्फरपुर से अल्‍पना कुमारी, अंजना कुमारी और अर्चना कुमारी, मुंबई से दीपेश राजेंद्र शाह के नाम शामिल हैं|

केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन, जिक्वेस्टा हेल्थकेयर ( पहले सचिन पायलट और कार्ति चिदंबरम की स्वामित्व वाली), वाइएसआर कांग्रेस चीफ जगन मोहन रेड्डी, सन टीवी, एस्सार, एसएनसी लवलीन, विजय माल्या, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस नेता सचिन पायलट, मीडिया लॉबिस्ट नीरा राडिया के नाम भी हैं।

पैराडाइज पेपर्स में वैश्विक नामचीन हस्तियां:

नामचीन हस्तियों में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई मंत्री, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रू़डो के मुख्य फंडरेजर तक शामिल हैं|

इस लीक में दुनिया की बड़ी हस्तियों में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सहयोगी रोस और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के दामाद किरिल शमालव का नाम है।

 

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Shivesh Pratap

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